
चंद सेकंड में ज़िंदगी का रंगमंच: Micro Drama
आज की डिजिटल दुनिया में कंटेंट का फॉर्मेट जितना बदल रहा है, उतनी ही बदल रही है दर्शकों की पसंद भी। लंबे सीरियल या फिल्मों की जगह अब शॉर्ट, पॉवरफुल और इमोशनल कहानियाँ ले रही हैं – और इसी बदलाव का नाम है माइक्रो ड्रामा।
माइक्रो ड्रामा क्या है?
माइक्रो ड्रामा एक ऐसी लघु-नाटकीय प्रस्तुति है जो आमतौर पर 30 सेकंड से 5 मिनट के भीतर पूरी हो जाती है। इसमें न सिर्फ एक कहानी होती है, बल्कि वो कहानी इतनी दमदार होती है कि कुछ ही पलों में आपके दिल और दिमाग पर गहरी छाप छोड़ देती है।
माइक्रो ड्रामा में हर सेकंड की कीमत होती है – संवाद कम होते हैं, लेकिन भावनाएँ गहरी। यही कारण है कि यह फॉर्मेट Instagram Reels, YouTube Shorts, Facebook Video, OTT एप्स और सोशल मीडिया पर तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
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Micro Drama के लोकप्रिय प्लेटफॉर्म और शो
आज कई डिजिटल प्लेटफॉर्म्स माइक्रो ड्रामा को एक नई पहचान दे रहे हैं।
YouTube पर “Unfiltered by Samdish”, “Nazar Battu”, “FilterCopy”, और “ScoopWhoop Unscripted” जैसे चैनल्स माइक्रो-फॉर्मेट कहानियाँ बना रहे हैं जो युवाओं में खूब पसंद की जा रही हैं।
Instagram Reels और Facebook Watch पर “Little Things”, “Please Find Attached” जैसे छोटे वीडियो सीरीज़ ने एक नया क्रेज शुरू किया है।
OTT प्लेटफॉर्म्स पर भी अब माइक्रो सीरीज़ जैसे “Feels Like Ishq” (Netflix) और “Kaun Banega TikTok Star” (MX Player) दर्शकों को छोटे एपिसोड्स में भावनात्मक कहानियाँ दे रहे हैं। इन सभी से ये साबित होता है कि आज का दर्शक कम समय में अधिक प्रभाव चाह रहा है — और माइक्रो ड्रामा यही करता है।
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ISOMES: माइक्रो ड्रामा के नए सितारे गढ़ने वाला मंच
ISOMES (International School of Media and Entertainment Studies) सिर्फ एक पत्रकारिता संस्थान नहीं है। यहां पर न सिर्फ न्यूज़ और प्रोडक्शन की पढ़ाई होती है, बल्कि छात्रों को एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए भी पूरी तरह तैयार किया जाता है।
ISOMES में माइक्रो ड्रामा को कैसे बढ़ावा दिया जा रहा है:
✅ प्रैक्टिकल लर्निंग: यहां के छात्रों को कैमरा, लाइटिंग, स्क्रिप्ट राइटिंग और डायरेक्शन की पूरी ट्रेनिंग दी जाती है।
✅ OTT & YouTube ओरिएंटेशन: ISOMES समझता है कि आने वाला भविष्य YouTube और OTT प्लेटफॉर्म्स में ही है। इसलिए छात्रों को इन प्लेटफॉर्म्स के लिए खास माइक्रो कंटेंट बनाना सिखाया जाता है।
✅ Entertainment के लिए Exposure: यहाँ न्यूज़ के साथ-साथ ड्रामा, डॉक्यूमेंट्री, कॉमेडी, सोशल मैसेज जैसे शॉर्ट फॉर्मेट्स पर भी काम होता है।
✅ स्टूडेंट प्रोजेक्ट्स ऑन यूट्यूब: ISOMES का यूट्यूब चैनल जल्द ही छात्रों द्वारा बनाए गए माइक्रो ड्रामा से भरेगा। आप खुद कुछ ही दिनों में देखेंगे कि किस तरह यहां के टैलेंट नई कहानियों को छोटे फॉर्मेट में बड़ी बातों के साथ पेश कर रहे हैं।
Micro Drama की दुनिया में ISOMES की खास भूमिका
ISOMES में यह समझा जाता है कि आज की मीडिया इंडस्ट्री केवल खबरों तक सीमित नहीं है। आज कंटेंट क्रिएशन की परिभाषा बदल चुकी है – एंटरटेनमेंट, सोशल मैसेजिंग, शॉर्ट फिक्शन, डिजिटल एक्टिंग और वेब प्लेटफॉर्म्स जैसे OTT और YouTube ने नई संभावनाएँ खोली हैं।
इसी सोच के साथ ISOMES छात्रों को क्लासरूम से कैमरे तक की पूरी जर्नी सिखाता है। यहाँ छात्रों को एक्टिंग, डायरेक्शन, एडिटिंग, लाइटिंग से लेकर स्टोरी पिचिंग तक हर स्टेज पर रचनात्मक आज़ादी दी जाती है। यही कारण है कि ISOMES में पढ़ने वाले छात्र सिर्फ न्यूज़ एंकर नहीं, बल्कि फिल्ममेकर, स्क्रिप्ट राइटर और डिजिटल क्रिएटर भी बनते हैं।
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माइक्रो ड्रामा की सबसे खास बात ये है कि इसमें कम संसाधनों में अधिक रचनात्मकता की ज़रूरत होती है। यही कला ISOMES के स्टूडेंट्स में विकसित की जाती है — उन्हें यह सिखाया जाता है कि कैसे 1 मिनट में भी किसी की सोच बदल दी जा सकती है।
🌟 माइक्रो ड्रामा में दिख रहा है ISOMES का बड़ा टैलेंट
जब आज का दर्शक कुछ ही सेकंड में पूरी कहानी चाहता है, तब जरूरी है कि आज का स्टूडेंट उस फॉर्मेट में खुद को एक्सप्लोर करे। ISOMES इस दिशा में एक सशक्त मंच बन रहा है — और आने वाले दिनों में इसके परिणाम आप ISOMES के यूट्यूब चैनल पर साफ देख पाएंगे।
कहानी चाहे छोटी हो, अगर वो दिल छू जाए — तो वो माइक्रो ड्रामा बन जाती है। और ऐसी कहानियाँ अब ISOMES के कैमरों से निकल रही हैं।
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